बेगूसराय: ज्यादातर लोग खेती-किसानी को नुकसान का सौदा ही समझते आएं हैं। लेकिन बता दें कि किसानों ने लोगो के इस भ्रम को दूर कर दिया है। बेगूसराय के पास पहसारा के रहने वाले किसान हैं जिनका नाम जितेंद्र है। जो पारंपरिक खेती करने वाले किसानों की अपेक्षा में आते हैं। और ये 10 गुना से ज्यादा सब्जियों की खेती करके अच्छी कमाई कर रहे हैं। और अब ये क्षेत्र में इन्हें बैंगन उत्पादक के नाम से भी जाना जाता है। और अगर इनकी कमाई के बारे में बताया जाए तो इन्हें हर हफ्ते एक कट्टा बैंगन से 3 या 4 हजार रुपये की कमाई हो रही है। और उत्पादित बैंगन का रेट बजार में 25 रुपये से लेकर 70 किलो रुपये तक रहता है।
बता दें कि बेगूसराय जिला मुख्यालय से लगभग 37 किलोमीटर दूर है जब पहसारा गांव जितेंद्र समेत तीन किसान जिले के स्तर पर लगे कृषि मेले में घूमने के लिए गए तभी कृषि मेले में इन्होंने कुछ किसानों से बातचीत की तो इन्हें भी सब्जी की खेती करने का आइडिया आया फिर क्या था जितेंद्र ने गांव में आकर बैंगन की खेती करना शुरू कर दिया था।
किसान जितेंद्र ने बताया कि वह दस महीने बैंगन की खेती करते हैं। और इसकी खेती करने में रिस्क भी लेना पड़ता है। बता दें कि बैंगन की खेती में कभी सफेदा मकडी, मुरसुखा या फिर इसमें लाल मकडी जैसे रोग लग जाते हैं जिससे फसल नष्ट हो जाती है। वैसे इन रोगों से खेती को बचाने के लिए किसान जैविक खाद का भी उपयोग करते हैं। और इसके साथ में डीएपी और पोटाश का भी इस्तेमाल करते हैं।
किसान जितेंद्र ने बताया कि एक बीघा ज़मीन पर बैंगन की खेती कर रहे हैं। जिसमें उनकी 15 हजार रुपये की लागत आती है। और जितेंद्र जिसमें हर महीने कट्टे में लगभग 2 से 3 हजार रुपये का खर्च आया है। और जिसमें ये महीने में 4 बार बैंगन तोड़कर बेचते हैं। और अगर इसमें इनकी कमाई के बारे मे बताया जाए तो ये एक कट्टे में लगभग 40 क्विंटल बैंगन की खेती करते हैं जिसमें इन्हें सप्ताह में 4 से 5 हजार रुपये कमाई आराम से हो जाती है बता दें कि जितेंद्र एक बीघा जमीन पर बैंगन की खेती करके सप्ताह में 10 हजार रुपये की कमाई कर रहे हैं।