बिहार में कला की कमी कभी नहीं रही है, इसी को आगे बढ़ाते हुए सामने आए हैं 17 वर्षीय युवा लेखक।
युवा सय्यद अमजद हुसैन ने हाल ही में पेंसिल पब्लिकेशंस के तहत “द इटरनल्स ऑफ़ बिहार” पुस्तक को ई–बुक बना कर पब्लिश किया है। इस पुस्तक में अमजद ने बिहार के 21 नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक परेशानियों के खिलाफ लड़ने वाले, लेखक एवं शायरों के जीवनी को लिखा है। “द इटरनल्स ऑफ़ बिहार” का हिंदी अनुवाद ‘बिहार के अमर’ हैं, इस नाम देने के पीछे अमजद का मतलब यह है कि, जिनको भी इस पुस्तक में लिखा गया है वह कभी बिहार या भारत के लोग भूल नहीं सकते हैं।
उनके परोपकार रहे हैं हम पर। किताब में “सरफरोशी की तमन्ना” के लेखक बिस्मिल अज़ीमाबादी, मिर्जा गालिब के बराबर के शायर शाद अज़ीमाबादी, दिल्ली को भारत का राजधानी बनाने के लिए बोलने वाले सय्यद अली इमाम, बिहार के आज़ादी से पहले के मुख्यमंत्री बैरिस्टर मुहम्मद युनुस, बिहार में सरकार बनाने वाली पहली पार्टी के संस्थापक अबुल मुहासीन मुहम्मद सज्जाद जैसे लोगों के बारे में लिखा गया है।
अमजद का इतनी कम उम्र में इतना ज्ञान को लेकर हमने जब उनसे सवाल किया तब उन्होंने कहा “मुझे अपने इलाके के इतिहास के बारे में जानना बहुत पसंद है” और बहुत जल्द वे अपनी दूसरी किताब भी लिखने वाले हैं। अभी उनकी पहली किताब अंग्रेजी भाषा में मौजूद है लेकिन बहुत जल्द वह उस किताब का हिंदी अनुवाद भी लेकर आएंगे।