पश्चिम बंगाल के जलापाईगुड़ी जिले के मालबाजार दुर्गा पूजा मेले का उत्सव एक दर्दनाक हादसे में तब्दील हो गया। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान कई लोगों की जान चली गई। घटनास्थल पर मौजूद मोहम्मद माणिक ने अपनी जान जोखिम में डाल कर लगभग 10 लोगों की जान बचाई ।
28 वर्षीय मोहम्मद माणिक जलपाईगुड़ी जिले के एक छोटे से गाँव के रहने वाले हैं, वो हर साल की तरह इस साल भी मेला घूमने आए थे, यह मेला मल नदी के कुछ ही दूर पर लगता है। इसी नदी का जल स्तर अचानक बढ़ने से मूर्ती विसर्जन करने पहुंचे कई लोग डूबने लगे। इस हादसे में कई लोग बह गए। इस अफरा-तफरी के माहौल में माणिक ने अपनी जान परवाह नहीं करते हुए नदी कूद गए और 10 लोगों को डूबने से बचा लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक माणिक ने कहा कि मैंने लोगों को,और मेरे बेटे के जैसे छोटे-छोटे बच्चों को डुबते हुए देखा। लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। मैं खड़ा होकर नहीं देख सकता था। इसलिए मैंने अल्लाह का नाम लेकर नदी में छलांग लगा दी और ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाने की पूरी कोशिश की। माणिक ने बताया कि पानी काफी तेज था, इसलिए जो भी मुझे पास मिला, मैंने उन्हें पानी से बाहर खींच लिया।
माणिक ने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि जिन लोगों को मैंने बचाया है उनमें से कोई भी गंभीर नहीं है, हालांकि उन सभी ने बहुत सारा पानी पी लिया था,लेकिन अब सभी सही सलामत है। रिपोर्ट्स के मुताबिक माणिक भी लोगों की मदद करने के दौरान ज़ख्मी हो गया थे, जिन्हें अस्पतााल में भर्ती कराया गया था, फिलहाल अब वो ठीक हैं।
गौरतलब है कि इस हादसे में 8 लोगों की जान चली गई थी और तीन दर्जन से ज्यादा लोग पानी में बह गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम ममता बनर्जी सहित कई लोगों ने इस हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई थी।