इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) के नेताओं ने असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंता बिस्वा सरमा के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि सरमा ने झारखंड में एक चुनावी रैली के दौरान मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ और बांटने वाले बयान दिए हैं।
शिकायत में कहा गया है कि सरमा का यह बयान झारखंड में 13 और 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले साम्प्रदायिक तनाव बढ़ाने के इरादे से दिया गया। 1 नवंबर को सरमा ने झारखंड के सराथ में अपने भाषण में कहा कि मुसलमान एक ही पार्टी को वोट देते हैं जबकि हिंदुओं के वोट कई पार्टियों में बंट जाते हैं। उन्होंने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर “एक खास समुदाय” के वोट के लिए “बाहरी लोगों” को बुलाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, सीपीआई (एमएल), और झारखंड मुक्ति मोर्चा सहित इंडिया गठबंधन के नेताओं का कहना है कि सरमा का बार-बार “घुसपैठियों” शब्द का इस्तेमाल मुसलमानों को बाहरी और खतरे के रूप में दिखाने की साजिश है।
शिकायत पत्र में सरमा के बयान को “जहर फैलाने वाला” कहा गया है और आरोप लगाया गया है कि यह झारखंड में “गृहयुद्ध जैसी स्थिति” पैदा कर सकता है। यह निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के नियमों के खिलाफ है।
पत्र में लिखा गया है, “वे जानबूझकर एक खास धार्मिक समुदाय को निशाना बना रहे हैं और उन्हें घुसपैठिया कह रहे हैं ताकि राज्य की सामाजिक एकता को तोड़ा जा सके।” INDIA गठबंधन ने चेतावनी दी है कि अगर सरमा पर 24 घंटे के अंदर कार्रवाई नहीं की गई तो वे कानूनी कदम उठाएंगे।
इसके अलावा, बहुजन समाज पार्टी के नेता और हुसैनाबाद से उम्मीदवार कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने भी सरमा पर साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने के आरोप में अदालत में अलग से शिकायत दर्ज की है। सरमा पर मुसलमानों के खिलाफ नफरत भड़काने और समाज को बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है।