भोपाल: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने हाल ही में राज्य सेवा परीक्षा 2022 के परिणाम घोषित किए, जिसमें भोपाल की रमशा अंसारी ने डीएसपी के 19 पदों में शीर्ष स्थान हासिल कर सफलता का नया अध्याय लिखा। एयरपोर्ट रोड निवासी रमशा ने 1575 में से 878 अंक हासिल कर डीएसपी बनने का सपना पूरा किया।
संघर्ष और सफलता की कहानी
रमशा अंसारी ने एक्सीलेंस कॉलेज से बीए ऑनर्स (इकोनॉमिक्स) की डिग्री पूरी करने के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की। हालांकि, यह सफर आसान नहीं था। करीब सात साल की मेहनत और तीन प्रयासों के बाद उन्हें यह सफलता मिली। रमशा ने बताया कि शुरुआत में वे यूपीएससी और एमपीपीएससी दोनों की तैयारी में उलझी रहीं। लेकिन परिवार और दोस्तों के मार्गदर्शन से उन्होंने एमपीपीएससी पर ध्यान केंद्रित किया।
परीक्षा की तैयारी का कठिन दौर
रमशा ने बताया कि रोजाना 8-10 घंटे लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ाई करना बेहद चुनौतीपूर्ण था। लंबे समय तक एक ही स्थिति में पढ़ाई के कारण उन्हें शारीरिक और मानसिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ा। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि किसी परीक्षा को क्रैक करने में सिर्फ 1 साल की मेहनत पर्याप्त नहीं होती, बल्कि लगातार और अनुशासित प्रयास ही सफलता दिलाते हैं।
परिवार और बच्चों का सहयोग
अपनी इस यात्रा में रमशा ने परिवार के सहयोग को अहम बताया। इसके अलावा, पढ़ाई के दौरान ट्यूशन पढ़ाने वाले बच्चों ने भी उन्हें नैतिक रूप से प्रेरित किया। रमशा ने इन बच्चों और अपने शिक्षकों को अपनी सफलता का श्रेय दिया।
आत्म-विश्लेषण है जरूरी
रमशा ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सलाह दी कि यदि कड़ी मेहनत के बाद भी पहले चरण में सफलता नहीं मिल रही है, तो आत्म-विश्लेषण करें कि यह क्षेत्र आपके लिए सही है या नहीं। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि यदि उनका प्रीलिम्स और मेन्स क्लियर नहीं होता, तो वे इस परीक्षा को छोड़कर दूसरा विकल्प तलाशतीं।
पिता का समर्थन
रमशा के पिता मोहम्मद अशरफ अंसारी, जो कृषि विभाग में यूडीसी पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, ने बताया कि रमशा की सफलता में उन्होंने हर संभव सहयोग किया। रमशा ने सेंट मैरी स्कूल से अपनी हायर सेकेंडरी शिक्षा पूरी की और फिर एक्सीलेंस कॉलेज से बीए ऑनर्स की पढ़ाई की।
रमशा की कहानी संघर्ष, आत्म-विश्वास और समर्पण का एक प्रेरक उदाहरण है। उन्होंने साबित किया कि कठिन मेहनत और सही दिशा-निर्देश से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।