नई दिल्ली: एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ़ सिविल राइट्स (APCR) की रिपोर्ट के अनुसार जून से अगस्त 2025 के बीच देशभर में नफ़रत से जुड़ी 141 घटनाएं और 102 नफ़रत भरे भाषण दर्ज किए गए।
रिपोर्ट के मुताबिक, इन तीन महीनों में 462 लोगों को निशाना बनाया गया। इनमें 84% पुरुष और 16% महिलाएं शामिल थीं। पीड़ितों में 370 मुस्लिम, 86 ईसाई और 6 हिंदू समुदाय के लोग थे। सबसे चिंताजनक बात यह रही कि इस दौरान 7 मुस्लिमों की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या (लिंचिंग) कर दी गई।

APCR की रिपोर्ट बताती है कि दर्ज की गई 141 नफ़रत की घटनाओं में से 82 घटनाएं राजनीतिक दलों या उनसे जुड़े संगठनों से जुड़ी रहीं, जबकि 20 मामलों में सरकारी अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठे।
नफ़रत भरे भाषणों के 102 मामलों में से 70 मामले बीजेपी से जुड़े संगठनों के लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए। रिपोर्ट के मुताबिक, गंभीर आरोपों के बावजूद सिर्फ 22 नफ़रत से जुड़ी घटनाओं और 4 नफ़रत भरे भाषणों पर ही FIR दर्ज की गई।