वाराणसी: जहाँ हर गली, मुहल्ले, गंगा तट, चाय दुकान, सड़क , बाजार साहित्य-कला-संगीत व्याप्त हो उस पुरातन शहर यानी तीनों लोकों से न्यारी काशी में ‘ बनारस लिट् फेस्ट: काशी साहित्य-कला उत्सव’ होने जा रहा है।
संत कबीर, संत रैदास, संत कवि तुलसीदास, पण्डितराज जगन्नाथ, भारतेंदु हरिश्चंद्र, कलम के सिपाही प्रेमचंद, समालोचक आचार्य रामचन्द शुक्ल, महाकवि जयशंकर प्रसाद जैसे विख्यात शब्दशिल्पियों और शहनाई के शहंशाह भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान , साज के सरताज भारत रत्न पंडित रविशंकर , पंडित किशन महाराज, महान शायर नज़ीर बनारसी के शहर बनारस में विधिवत रूप से पहली बार साहित्य-कला उत्सव होने जा रहा है।
ग्रामीण विकास , समाज कार्य, महिला सशक्तीकरण, शिक्षा, साहित्य-कला-संस्कृति के सरोकारों को समर्पित स्वयंसेवी संस्था नव भारत निर्माण समिति, वाराणसी की ओर से यह आयोजन 11 और 12 फरवरी को काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के स्वतंत्रता भवन में आयोजित है।
आयोजन में साहित्य, कला, संगीत, सिनेमा की अनेक दिग्गज हस्तियों की भागीदारी है। कविता, ग़ज़ल, शायरी, कहानी, नाटक, फ़िल्म, संगीत, समाज, संस्कृति अनेक विधाओं की प्रस्तुतियां होंगी।
नव भारत निर्माण समिति के सचिव बृजेश सिंह एवं बनारस लिट् फेस्ट के संयोजक प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पद्मभूषण पंडित साजन मिश्र, लोकप्रिय कवि पद्मश्री अशोक चक्रधर, प्रख्यात लेखक-चिंतक डॉ. पुरुषोत्तम अग्रवाल, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता कवि-लेखक बद्री नारायण, संगीतज्ञ पद्मश्री राजेश्वर आचार्य, लोक कलाकार पद्मश्री अजीता श्रीवास्तव, लोकप्रिय कवयित्री सपना मूलचंदानी , पार्श्व गायिका पूर्णिमा श्रेष्ठ, केका घोषाल, प्रसिद्ध गायक प्रशांत अनिल शामदार, युवा गायिका मैथिली ठाकुर, मशहूर शायर शारीक़ कैफ़ी, मदन मोहन दानिश, रहमान मुसव्विर, वसीम नादिर, अमीर इमाम, सुप्रसिद्ध कवि-गीतकार बुद्धिनाथ मिश्र, चर्चित नाट्य एवं फ़िल्म समीक्षक अजित राय, प्रसिद्ध सिनेमा-थिएटर कलाकार रघुवीर यादव, फैसल मलिक, वरिष्ठ लेखिका नीरजा माधव, सुपरिचित कथाकार-उपन्यासकार नीलाक्षी सिंह, अपनी ‘स्टोरीबाजी’ के लिए प्रसिद्ध युवा लेखक, संवाद एवं पटकथा लेखक दिव्य प्रकाश दुबे, चर्चित कवि-नाट्य निर्देशक व्योमेश शुक्ल, फिल्मकार राहुल श्रीवास्तव, मीडिया विशेषज्ञ, लेखक विनीत कुमार, वरिष्ठ लेखक त्रिलोकनाथ पांडेय, भोजपुरी के लोकप्रिय कवि प्रकाश उदय, कवयित्री एवं लेखिका सुमन केसरी, शायरा अंकिता सिंह, डॉ. भावना श्रीवास्तव , युवा कथाकार शुभम नेगी, समीक्षक समीर कुमार पाठक सहित साहित्य-कला-संगीत-संस्कृति की दुनिया के और अनेक पीढ़ियों के अन्य कई मूर्द्धन्य साहित्यकार एवं कलाकार-संस्कृतिकर्मी इसमें शामिल होंगे।