सीतामढ़ी के रंजन पाठक गिरोह का सफाया, पांच हत्याओं और दो रंगदारी मामलों में थे वांछित
सीतामढ़ी। दिल्ली के रोहिणी स्थित बहादुर शाह मार्ग पर बीती रात लगभग 2:20 बजे सीतामढ़ी जिले के कुख्यात अपराधियों और दिल्ली पुलिस अपराध शाखा व बिहार पुलिस की संयुक्त टीम के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में ‘सिग्मा एंड कम्पनी’ गिरोह के मुख्य शूटर रंजन पाठक, अमन ठाकुर, विमलेश महतो और मनीष पाठक गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को तत्काल डॉ. बी.एस.ए. अस्पताल, रोहिणी, दिल्ली में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधीक्षक सीतामढ़ी ने बताया कि यह गिरोह पिछले तीन माह से जिले में आतंक फैलाने में सक्रिय था। इस दौरान गिरोह ने सुपारी लेकर पांच हत्याओं और दो रंगदारी की घटनाओं को अंजाम दिया था। गिरोह के सरगना रंजन पाठक का एक ऑडियो क्लिप भी बरामद हुआ है, जिसमें वह चुनाव से पूर्व अपराध और हिंसा फैलाने की बात करता सुनाई दे रहा है। यह गिरोह हर घटना के बाद मीडिया में स्वघोषित पर्चा जारी कर घटनाओं की जिम्मेदारी लेता था, ताकि आम लोगों के बीच भय और दहशत का माहौल कायम हो।
पुलिस टीम पिछले कई हफ्तों से लुधियाना, दिल्ली और अन्य शहरों में लगातार छापेमारी कर रही थी। इसी दौरान दिल्ली में रंगदारी मांगने की सूचना पर कार्रवाई करते हुए बिहार और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने अपराधियों को घेरने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ हो गई।
मारे गए चारों अपराधियों का आपराधिक इतिहास काफी लंबा रहा है। रंजन पाठक, अमन ठाकुर, विमलेश महतो और मनीष पाठक सभी पर हत्या, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के तहत कई संगीन मामले दर्ज थे। रंजन पाठक पर आठ, अमन ठाकुर और विमलेश महतो पर चार-चार तथा मनीष पाठक पर दो आपराधिक मामले दर्ज थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, इन अपराधियों ने बाजपट्टी, डुमरा, गाढ़ा और चोरौत थाना क्षेत्रों में कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया था, जिनमें आदित्य कुमार, मदन कुशवाहा, गणेश शर्मा और सीएसपी संचालक श्रवण यादव की हत्याएं प्रमुख हैं।
इस गिरोह के मुख्य सदस्य रंजन पाठक, राहुल झा और कपूर झा पर पचास-पचास हजार रुपये का इनाम घोषित था, जबकि अमन ठाकुर, विमलेश महतो और अन्य सदस्यों पर पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये का इनाम था। पुलिस ने इस मुठभेड़ को जिले के आपराधिक नेटवर्क के विरुद्ध एक बड़ी सफलता करार दिया है। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई के बाद ‘सिग्मा एंड कम्पनी’ गिरोह का पूरी तरह सफाया हो गया है और जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बहाल करने में यह मुठभेड़ निर्णायक साबित होगी।