गाजियाबाद की सबा हैदर (Saba Haider) ने अमेरिका में ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में अपने अद्वितीय प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया। डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ते हुए, उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार पैटी गुस्टिन को 8,521 वोटों के बड़े अंतर से हराकर जीत हासिल की। इससे पहले, 2022 में वे चुनाव हार गई थीं, लेकिन उन्होंने हार मानने के बजाय अपने अभियान को जारी रखा और इस बार शानदार वापसी की।
परिवार में जश्न का माहौल
उनकी इस जीत से गाजियाबाद के चित्रगुप्त विहार में उनके परिवार और दोस्तों में उत्साह का माहौल है। उनके पिता अली हैदर, जो जल निगम से सेवानिवृत्त अभियंता हैं, और उनकी माता महजबीं हैदर, जो कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए स्कूल चलाती हैं, ने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस किया। सबा के भाई जीशान हैदर, जो ओमान में बिजनेस करते हैं, ने वीडियो कॉल के जरिए बधाई दी।
सबा का चुनावी सफर और सामाजिक योगदान
डेमोक्रेटिक पार्टी ने सबा को 2022 में पहली बार ड्यूपेज काउंटी बोर्ड चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया था, जिसमें वे केवल 1,000 वोटों के मामूली अंतर से हार गई थीं। इसके बावजूद, उन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और समाजसेवा के जुनून को बरकरार रखा, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें ड्यूपेज काउंटी स्वास्थ्य बोर्ड की सदस्य नियुक्त किया गया। इस बार फिर से डेमोक्रेटिक पार्टी ने उन पर भरोसा जताया, और सबा ने इस विश्वास को जीत में बदल दिया।
सबा का सामाजिक और शैक्षिक योगदान
सबा हैदर ने अमेरिका में पिछले डेढ़ दशक से योग और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने का कार्य किया है। उन्होंने हजारों लोगों को ऑनलाइन और ऑफलाइन योग सिखाया है और साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण, और नशामुक्ति के प्रति जागरूकता अभियान भी चलाए हैं। उनकी उपलब्धियों में शिकागो में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का सह-आयोजन, संस्कृत और प्राणायाम कार्यशालाएं, और विवेकानंद इंटरनेशनल ईस्ट-वेस्ट योगा कॉन्फ्रेंस में सहभागिता शामिल हैं।
शैक्षिक उपलब्धियां
सबा ने होली चाइल्ड स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और गाजियाबाद के रामचमेली चड्ढा विश्वास गर्ल्स कॉलेज से बीएससी में टॉप किया। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमएससी और वाइल्ड लाइफ शिक्षा में गोल्ड मेडल प्राप्त करने के बाद, उन्होंने 2005 में कंप्यूटर इंजीनियर अली काजमी से विवाह किया और 2007 में अमेरिका चली गईं।
आगे की योजनाएं
सबा हैदर का कहना है कि उनकी प्राथमिकता क्षेत्र में विकास कार्यों के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, और नशामुक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। उनकी यह जीत न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि गाजियाबाद और भारतीय समुदाय के लिए भी गर्व का विषय है।