मुंबई: स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन (SIO) महाराष्ट्र दक्षिण ने अंतरराष्ट्रीय इस्लामोफोबिया विरोधी दिवस (15 मार्च) के मौके पर मुंबई के इस्लाम जिमखाना में एक इफ्तार बैठक का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 50 से अधिक सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। SIO ने इसे महाराष्ट्र में बढ़ते मुस्लिम-विरोधी माहौल के खिलाफ एक सामूहिक पहल बताया।
बढ़ रहे हैं नफरत के मामले
संगठन ने कहा कि देशभर, खासकर महाराष्ट्र में इस्लामोफोबिया और मुसलमानों के खिलाफ हिंसक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। कुछ राजनीतिक नेताओं के विवादित बयानों से नफरत को बढ़ावा मिल रहा है। पिछले कुछ सालों में राज्य में मस्जिदों पर हमले, हिजाब विवाद और सामूहिक धर्मांतरण के आरोपों ने तनाव बढ़ाया है।
चर्चा के मुख्य बिंदु
कार्यक्रम में मानवाधिकार कार्यकर्ता नदीम खान ने कहा, “देश में हेट क्राइम का ग्राफ ऊपर जा रहा है। मुसलमानों को निशाना बनाने वाले गुंडों को सजा न मिलने से अपराधियों का हौसला बढ़ता है।” वरिष्ठ पत्रकार डॉ. सलीम खान ने आरोप लगाया, “यह सब राजनीतिक संरक्षण के बिना नहीं हो रहा। कुछ नेता जानबूझकर मुस्लिम-विरोधी बयान देकर समाज को बांट रहे हैं।”
एकजुटता पर जोर
प्रख्यात लेखक और एक्टिविस्ट प्रोफेसर आनंद तेलतुम्बडे ने कहा, “इस्लामोफोबिया से लड़ने के लिए सभी प्रगतिशील ताकतों को साथ आना होगा।” SIO महाराष्ट्र दक्षिण के अध्यक्ष सीमाब खान ने अपील की, “न्याय चाहने वाले सभी संगठनों को ठोस कदम उठाने चाहिए। केवल बयानबाजी नहीं, बल्कि नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जरूरी है।”
उद्देश्य
इस इफ्तार बैठक का मकसद इस्लामोफोबिया और हेट क्राइम के खिलाफ समाज को जागरूक करना तथा सामूहिक रणनीति बनाना था। SIO ने सभी शांतिप्रिय नागरिकों से नफरत की राजनीति का विरोध करने और संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने की अपील की।