नई दिल्ली: उत्तरप्रदेश के ज़िले बिजनौर के एक विद्यालय में प्रधानाचार्य ने हिजाब पहनने पर मुस्लिम छात्राओं को स्कूल से निकाल दिया। यह आरोप लगाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। सीओ नगीना ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली देहात क्षेत्र के एक गांव में सोमवार को कुछ छात्राओं ने विद्यालय के प्रधानाचार्य पर आरोप लगाया कि उन्हें हिजाब में आने पर स्कूल से निकाल दिया गया। स्कूल के प्रधानाचार्य ने कहा कि अपने परिजनों को बुलाकर लाओ। छात्राओं के परिजन विद्यालय पहुंचे और प्रधानाचार्य से बात की।
वीडियो में मुस्लिम छात्राओं को कहते हुए सुना जा सकता है ‘प्रधानाचार्य ने हमसे कहा की गले में पट्टी और दो चोटियां डालकर आना है। और आगे प्रधानचार्य ने कहा की यदि आप हिजाब पहनकर आती हैं तो कल से स्कूल मत आना।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के एक नेता तथा ग्राम प्रधान भी विद्यालय पहुंचे और मामले की जानकारी की। इससे यह मामला तूल पकड़ गया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हंगामा हो गया।
मौके पर पहुंचे सीओ नगीना राकेश वशिष्ठ ने दोनों पक्षों से बात की और समझाया। सीओ ने बताया कि विद्यालय में ड्रेस कोड को लेकर विवाद था। मामला शिक्षा विभाग का है। पुलिस का कार्य कानून व्यवस्था बनाने का है। बहरहाल, यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। आगे की कार्यवाई सीओ नगीना कर रहे हैं।