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जामिया के पीएचडी स्कॉलर मुन्ना ख़ालिद ने इंडोनेशिया पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल 2025 (लेवल-1) में जीता ब्रॉन्ज मेडल।

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जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) के पीएचडी स्कॉलर मुन्ना खालिद (Munna Khalid) ने इंडोनेशिया पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल 2025 (लेवल–1) में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। यह चैंपियनशिप 29 अक्टूबर से 2 नवंबर 2025 तक सोलो, इंडोनेशिया में हुई और इसे बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने आयोजित किया।

मुन्ना खालिद (Munna Khalid) जामिया में हिंदी साहित्य में पीएचडी कर रहे हैं। इससे पहले वे इसी विश्वविद्यालय से बी.ए. (ऑनर्स), एम.ए. (सोशल वर्क) और एम.ए. (हिंदी) भी कर चुके हैं।

यह ध्यान देने वाली बात है कि लेवल–1 टूर्नामेंट में दुनिया के सिर्फ टॉप 12 रैंक वाले खिलाड़ी ही हिस्सा ले सकते हैं। मुन्ना ने ग्रुप स्टेज से लेकर सेमीफाइनल तक शानदार खेल दिखाया।

मेंस डबल्स में, मुन्ना खालिद (Munna Khalid) और उनके पार्टनर शशांक कुमार ने क्वार्टरफाइनल में फ्रांस के दो बार पैरालंपिक्स खेल चुके खिलाड़ियों को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इस उपलब्धि के साथ मुन्ना अब अपनी कैटेगरी में वर्ल्ड नंबर 9 बन गए हैं।

मुन्ना खालिद (Munna Khalid) ने इस प्रदर्शन के आधार पर वर्ल्ड पैरा-बैडमिंटन चैंपियनशिप 2026 के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है, जो फरवरी 2026 में मनामा, बहरीन में होने वाली है।

अब तक मुन्ना खालिद (Munna Khalid) भारत के लिए 10 अंतरराष्ट्रीय मेडल जीत चुके हैं। 2 गोल्ड, 2 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज। जामिया के माननीय कुलपति प्रो. मज़हर आसिफ (Asif Mazhar) ने मुन्ना को इस शानदार उपलब्धि पर बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

जामिया के रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद महताब आलम रिज़वी (Mehtab Alam Rizvi) ने भी मुन्ना की मेहनत और सफलता की सराहना करते हुए शुभकामनाएँ दीं। प्रो. नफ़ीस अहमद, डायरेक्टर (गेम्स एंड स्पोर्ट्स), जामिया ने भी मुन्ना खालिद की लगन और मेहनत की प्रशंसा की और उनके भविष्य के खेल जीवन के लिए शुभकामनाएँ दीं।

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