कर्नाटक के हावेरी जिले के कदकोला गाँव में वक्फ भूमि से जुड़े विवाद के कारण मुस्लिम समुदाय के कुछ घरों पर पथराव हुआ। यह घटना तब शुरू हुई जब वक्फ मंत्री जमीर अहमद खान ने 3 सितंबर को घोषणा की कि कदकोला ग्राम पंचायत की वक्फ संपत्तियों को वक्फ के नाम पर दर्ज किया जाएगा। 27 सितंबर को जेडीपी के सीईओ अक्षय श्रीधर ने इस आदेश को दोहराया, जिससे लोग घबरा गए और पथराव की नौबत आ गई।
इस दौरान मुस्लिम नेता रफी के घर पर पत्थर फेंके गए और उनके घर के बाहर खड़ी बाइक को नुकसान हुआ। लोगों में यह अफवाह फैल गई कि उनके घरों को भी वक्फ के नाम कर दिया जाएगा, जिससे वे बेदखल हो सकते हैं। इसी डर से गुस्साई भीड़ ने पथराव किया।
घटना के बाद हावेरी के उपायुक्त विजय महांतश और पुलिस अधीक्षक अमशुकुमार गाँव पहुँचे और स्थिति को शांत किया। डीसी महांतश ने स्पष्ट किया कि लोगों में गराडी माने संपत्ति को लेकर गलतफहमी हो गई थी और अखबारों की खबरों से वे गुमराह हो गए थे। उन्होंने बताया कि किसी को कोई व्यक्तिगत नोटिस नहीं भेजा गया था और स्थिति अब नियंत्रण में है।
एसपी अमशुकुमार ने कहा कि अब तक 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है और सुरक्षा के लिए 200 पुलिसकर्मी और 4 प्लाटून तैनात किए गए हैं। घटना में कुछ घरों की खिड़कियों के शीशे टूटे हैं, लेकिन कोई गंभीर चोट नहीं आई है।
प्रशासन अब स्थिति को शांत करने और लोगों को सही जानकारी देने के लिए कदम उठा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।