हैदराबाद की मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (MANUU) में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस इन केमिस्ट्री 2025 (ICC) के दूसरे संस्करण में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) की शोधकर्ता डॉ. समन ज़हरा को यंग साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
डॉ. समन ने “स्मार्ट मल्टी-फंक्शनल कोटिंग्स फॉर कंट्रोल्ड कॉरोज़न प्रोटेक्शन” पर काम किया है। यह शोध टिकाऊ (सस्टेनेबल) मटीरियल्स के क्षेत्र में एक बड़ा योगदान माना जा रहा है, जो धातुओं को जंग से बचाने में मदद करेगा।
- डॉ. समन वीमेन साइंटिस्ट प्रोग्राम (WOS-A) के तहत एएमयू के एप्लाइड केमिस्ट्री डिपार्टमेंट में शोध कर रही हैं। यह प्रोग्राम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST), भारत सरकार द्वारा चलाया जाता है।
- उन्होंने एएमयू में प्रोफेसर मोहम्मद मोबिन के मार्गदर्शन में पीएचडी पूरी की और अब प्रोफेसर रईस अहमद की देखरेख में अपना शोध जारी रखा है।
एप्लाइड केमिस्ट्री डिपार्टमेंट की स्थापना 1958 में इंजीनियरिंग फैकल्टी में हुई थी। शुरुआत में यह एप्लाइड साइंसेज का हिस्सा था, जिसे बाद में केमिस्ट्री, फिजिक्स और मैथ्स तीन अलग-अलग सेक्शन में बांट दिया गया। साल 1988 में केमिस्ट्री सेक्शन को पूर्ण डिपार्टमेंट का दर्जा मिला।
यह अवार्ड डॉ. समन की मेहनत और एएमयू के शोध कार्यों की गुणवत्ता को दिखाता है। उनका यह कदम न केवल युवा वैज्ञानिकों के लिए प्रेरणा है, बल्कि देश में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को भी रेखांकित करता है।