28 अक्टूबर को हिंदू सेना के नेता विनय शर्मा ने अहमदाबाद के कई मुस्लिम किराएदारों पर हमला करते हुए उनसे इलाका खाली करने को कहा। दक्षिणपंथी संगठन के अन्य सदस्यों के साथ उन्होंने मुस्लिमों से आधार कार्ड दिखाने की मांग की और उन पर “लव जिहाद” का झूठा आरोप लगाया। इस दौरान भगवा पट्टी बांधे इन कार्यकर्ताओं ने भड़काऊ और विभाजनकारी बयान दिए।
विनय शर्मा ने हिंदू मकान मालिकों को मुसलमानों को किराये पर घर या दुकान देने से मना किया, यह आरोप लगाते हुए कि मुस्लिम समाज के लोग गंदगी फैलाते हैं। उन्होंने कहा, “क्या आप नहीं देखते कि कैसे ये लोग हमारे इलाकों में गंदगी फैलाते हैं, थूकते हैं और खाने-पीने की चीजों पर अभद्रता करते हैं।” उन्होंने अपमानजनक लहजे में कहा कि रोजाना 10 ऐसे मामले सामने आते हैं।
मुसलमानों के खिलाफ षड्यंत्र और इस्लामोफोबिया का प्रसार
गुजरात में हिंदू सेना के उपाध्यक्ष विनय शर्मा इस तरह के इस्लामोफोबिक अभियानों में सक्रिय रहे हैं। 2 अक्टूबर को “लव जिहाद” के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन में भी शामिल हुए, जहां उनके साथी मुसलमानों के खिलाफ नारे लगाते हुए नजर आए। विनय के सोशल मीडिया अकाउंट्स मुस्लिम विरोधी, महिला विरोधी और नफरत फैलाने वाली पोस्ट से भरे हुए हैं। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, “हिंदुओं ने अभी बोलना शुरू ही किया है, और जब वे बाहर निकलेंगे, तब आपको छिपने की जगह नहीं मिलेगी।”
फिलिस्तीन के हालात का मजाक उड़ाते हुए और मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों का अपमान करने जैसी सामग्री भी उनके अकाउंट्स पर देखी गई है। यह पहली बार नहीं है जब मुसलमानों को निशाना बनाया गया है। पूरे देश में मुसलमानों और उनके धार्मिक स्थलों पर हमले बढ़ रहे हैं।
कुछ दिन पहले राजस्थान के जयपुर के इमामबाड़े में नमाज के दौरान बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य और उनके समर्थकों ने मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया। उन्होंने इमामबाड़े में लगी पर्दों को भी उखाड़ फेंका और वहां की मुस्लिम महिलाओं से “मूर्ति” दिखाने की मांग की। एक मुस्लिम महिला ने कहा, “वे जूते-चप्पल पहनकर आए और हमसे मूर्ति दिखाने को कहने लगे, जबकि हम मूर्ति कैसे दिखा सकते हैं?”