दक्षिण भारत की साहित्यिक धारा अब विश्व मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रही है। कर्नाटक की मुस्लिम लेखिका और महिला अधिकार कार्यकर्ता बनू मुश्ताक द्वारा लिखित कन्नड़ लघुकथा संग्रह Heart Lamp को इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार 2025 से नवाजा गया है। इस संग्रह का अंग्रेज़ी अनुवाद लेखिका और अनुवादक दीपा भास्ती ने किया है। यह सम्मान 20 मई को लंदन के टेट मॉडर्न में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।
कन्नड़ साहित्य के लिए ऐतिहासिक क्षण
यह पहली बार है जब किसी कन्नड़ भाषा की कृति को इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार मिला है। साथ ही, यह किसी लघुकथा संग्रह को मिला पहला ऐसा सम्मान भी है। बनू मुश्ताक यह पुरस्कार पाने वाली दूसरी भारतीय लेखिका, और दीपा भास्ती पहली भारतीय अनुवादक बन गई हैं जिन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुआ है।
Heart Lamp: नारीवादी प्रतिरोध की आवाज
यह संग्रह कुल 12 कहानियों का संकलन है, जिन्हें बनू मुश्ताक ने तीन दशकों (1990-2023) के दौरान लिखा। कहानियों में दक्षिण भारत की उन महिलाओं की ज़िंदगी झलकती है जो पितृसत्तात्मक ढांचे में अवमानना, अन्याय और असमानता का शिकार बनीं। लेकिन ये कहानियां केवल पीड़ा तक सीमित नहीं, बल्कि प्रतिरोध, जिजीविषा, स्त्री एकता और आत्मबल का उत्सव भी हैं।
कहानियों के पात्र – कठोर मां, विद्रोही दादी, सहनशील पति या टूटे हुए बच्चे – सब जीवन के यथार्थ से जन्मे हैं। बनू की लेखनी को कन्नड़ के प्रगतिशील बंदाया साहित्य आंदोलन की सशक्त आवाज़ माना जाता है।
वकालत से साहित्य तक बनू मुश्ताक की यात्रा
बनू मुश्ताक एक वकील हैं और कर्नाटक में महिलाओं के अधिकारों की पैरोकार रही हैं। उन्होंने कहा, “मेरी कहानियों की प्रेरणा उन महिलाओं से आई जो मदद के लिए मेरे पास आईं। उनके दुखों ने मेरे भीतर कलम थमा दी।”
दीपा भास्ती का अनोखा अनुवाद
दीपा भास्ती ने इस संग्रह का अनुवाद ‘translating with an accent’ की तकनीक से किया, जिससे कन्नड़, उर्दू और अरबी के मूल शब्दों का स्वाद बना रहा। उन्होंने कहा, “मैं उस समुदाय से अनभिज्ञ थी जिनकी कहानियाँ अनुवाद कर रही थी, इसलिए मैंने उर्दू सीखना शुरू किया और नुसरत फतेह अली खान व अली सेठी जैसे कलाकारों को सुना, ताकि उस सांस्कृतिक भावभूमि को समझ सकूं।”
निर्णायकों की दृष्टि
पुरस्कार निर्णायक मैक्स पोर्टर ने कहा, “Heart Lamp अंग्रेज़ी पाठकों के लिए एक नया अनुभव है। यह एक बहुभाषिक अनुवाद है जो स्त्री जीवन, प्रजनन अधिकार, जाति और सत्ता पर नए सिरे से सोचने को विवश करता है।”
समारोह में भारत की प्रभावशाली उपस्थिति
टेट मॉडर्न के समारोह में भारतीय अभिनेत्री अंबिका मोड ने ‘Heart Lamp’ से अंश का पाठ किया, जबकि संगीत प्रस्तुति मशहूर गायिका बेथ ऑर्टन की ‘Pass in Time’ थी। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यूट्यूब, इंस्टाग्राम और टिकटॉक पर हुआ।
Heart Lamp: एक सामाजिक दस्तावेज़
यह संग्रह केवल साहित्यिक रचना नहीं, बल्कि भारत की विविधता, स्त्री चेतना और सांस्कृतिक परतों को उजागर करने वाला दस्तावेज़ है। यह उस भारत की कहानी कहता है जिसे अक्सर अनसुना कर दिया जाता है।