शुक्रवार को तमिलनाडु के एक निजी रिज़ॉर्ट में सेप्टिक टैंक की सफाई करने के दौरान दम घुटने से तीन दलित सफाईकर्मियों की मौत हो गई। यह दर्दनाक घटना शुक्रवार की सुबह हुई। मृतकों की पहचान रंगनाथन (50) नवीन कुमार (25) और थिरुमलाई (20) के तौर पर हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ तीनों सफाईकर्मी कांचीपुरम जिले के कांचीपेडु गांव के दलित समुदाय से ताल्लुक़ रखते थे। एक ही दिन में तीन लोगों की मौत से पूरे गांव में मातम पसर गया। मृतकों के अंतिम संस्कार के दौरान सभी लोगों की आंखें नम थीं। इस हादसे में जान गंवाने वाले रंगनाथन के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। वहीं नवीन के परिवार में पत्नी और एक बच्चा है जबकि तिरुमलाई की शादी महज़ 3 महीने पहले ही हुई थी।
वहीं इस घटना के बाद काचीपेडु मृतकों के परिजनों और गांव के लोगों ने रिज़ॉर्ट के बाहर जमा होकर मैनेजर और मालिक के खिलाफ प्रदर्शन किया। न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़- अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) एक्ट,1989 के तहत एक मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस ने बताया कि श्रीपेरुबदूर में रिज़ॉर्ट में सेप्टिक टैंक की सफाई करते समय 3 सफाईकर्मी उसमें गिर गए थे और ज़हरीले गैस की चपेट में आने के कारण तीनों की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही दमकल और बचाव सेवा की टीम ने मौके पर पहुंचकर शवों को बाहर निकाला।
पुलिस ने आगे बताया कि रिज़ॉर्ट मैनेजर मुरली और ठेकेदार रजनी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं रिज़ॉर्ट मालिक सत्यमूर्ति फ़रार है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है। वहीं कांचीपुरम की जि़ला कलेक्टर एम.आरती ने कहा कि रिज़ॉर्ट के मालिक से मृतकों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिलवाया जाएगा, इसके अलावा सरकार द्वारा भी 12-12 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।