हैदराबाद: तेलंगाना उर्दू अकादमी ने रविन्द्र भारती में माइनॉरिटी वेलफेयर डे मनाया। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद अक़रम अली, जिन्हें आज़ाद रिपोर्टर अबू ऐमल के नाम से जाना जाता है, को डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में पहला “लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड” दिया गया।
यह पुरस्कार मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के तहत शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य डिजिटल पत्रकारिता की बढ़ती भूमिका को पहचान देना है, जो जागरूकता बढ़ाने और उर्दू संस्कृति को बचाए रखने में अहम योगदान दे रही है। इस पुरस्कार में एक स्मृति-चिह्न, प्रशस्ति पत्र और 50,000 रुपये नकद शामिल हैं। पुरस्कार अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने प्रदान किया।
मोहम्मद अक़रम अली को डिजिटल पत्रकारिता में उनके लंबे योगदान और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए उर्दू भाषा व साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए सम्मानित किया गया। उनकी कोशिशों से उर्दू जानने वाले लोग आधुनिक मुद्दों से एक विश्वसनीय और सरल माध्यम के ज़रिए जुड़ पाए हैं।
इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ अधिकारी और समुदाय के नेता शामिल हुए, जिनमें अल्पसंख्यक कल्याण सलाहकार मोहम्मद अली शब्बीर, विभाग के सचिव बी. शफीउल्लाह, उर्दू अकादमी के अध्यक्ष ताहिर बिन हमदान, हज कमेटी के चेयरमैन खुर्शीद पाशा और सीएमएफसी के चेयरमैन दीपक जॉन शामिल थे।
डिजिटल मीडिया पब्लिशर्स एंड ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन के महासचिव सैयद ग़ौस मोहिउद्दीन ने अबू ऐमल को बधाई दी और सरकार की सराहना की कि उसने डिजिटल मीडिया के पत्रकारों को भी सम्मानित किया। तेलंगाना उर्दू अकादमी ने घोषणा की कि वह आगे भी डिजिटल क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को सम्मानित करती रहेगी ताकि नई पीढ़ी को प्रेरित किया जा सके और उर्दू की मौजूदगी आधुनिक मीडिया में मज़बूत हो सके।













