पश्चिम बंगाल में सियालदह के लिए चलने वाली ट्रेन में अलियाह विश्वविद्यालय (Aliyah University) के 27 वर्षीय एम.टेक छात्र रेजाउल इस्लाम मंडल पर 10-12 हिंदूत्वादी हमलावरों का हमला हुआ।
घटना तब शुरू हुई जब एक यात्री ने रेजाउल (Rezaul) से लगेज रैक से अपना ट्रॉली बैग हटाने को कहा। बिना किसी आपत्ति के उनकी बात मानने के बाद, कुछ लोगों ने जबरन उसे सीट से हटाने की कोशिश की। इसके विरोध में हमलावरों ने उसे गालियां देते हुए, दाढ़ी और बाल खींचते हुए, ‘बांग्लादेशी’ कहकर लगभग एक घंटे तक पीटा। साथ ही, कुछ ने उसे चलती ट्रेन से नीचे फेंकने की धमकी भी दी।
इस हमले के दौरान, रेजाउल ने बार-बार स्पष्ट किया कि वह एक भारतीय नागरिक है। जब उनके मित्र साजिद मिर्जा ने घटना को रिकॉर्ड करने का प्रयास किया, तो उन्हें भी धमकियाँ दी गईं।
घटना के बाद, रेजाउल को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया और हरिपाल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई। प्रारंभ में शिकायत दर्ज करने में अड़चनें आईं, लेकिन 5 फरवरी को सियालदह सरकारी रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। मामले को भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2), 299, 351(2) और 3(5) के तहत दर्ज किया गया है।
इस हमले पर सीपीआई(एम) के राज्यसभा सांसद विकास रंजन भट्टाचार्य (Vikas Ranjan Bhattacharya) और आईएसएफ विधायक नवसाद सिद्दीकी सहित राजनीतिक नेता कड़ी निंदा करते हुए, राज्य में जारी सांप्रदायिक हिंसा और सरकार की लापरवाही की बात करते हैं।