हिंदूवादी संगठन बजरंग दल (Bajrang Dal) ने एक बार फिर से अंतरधार्मिक (Inter Religious Marriage) शादी को रोकने की कोशिश की. ये नया मामला कर्नाटक (Karnataka) के चिकमगलूर से सामने आया है, जहां पिछले 14 सितंबर को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक अंतरधार्मिक कपल को शादी करने से रोक दिया था.
आरोप है कि संगठन के कार्यकर्ताओं ने कपल को धमकाया भी. हालांकि, इन कोशिशों के बाद भी 16 सितंबर को शादी रजिस्टर हो गई.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी को रोकने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कथित ‘लव-जिहाद’ का हवाला दिया. इसे लेकर युवक-युवती ने गहरी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि वे दोनों प्रेम में हैं, इसलिए शादी कर रहे हैं और उनमें से कोई भी धर्म परिवर्तन नहीं करने वाला है. लड़के का नाम है जफर और लड़की का नाम है चैत्रा.
‘हम दोनों बचपन से दोस्त हैं’
इस मामले को लेकर 24 साल के जफर ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से कहा,
‘मैं और चैत्रा पड़ोसी हैं और हम बचपन से दोस्त हैं. हम एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं और पिछले तीन सालों से हम प्रेम संबंध में हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि उन्हें अपना धर्म बदलने की जरूरत है. हम एक साथ रहना चाहते हैं और हम अपनी-अपनी रीति-रिवाजों का पालन करेंगे.’
उन्होंने आगे कहा,
‘दोनों परिवार हमारी शादी से खुश हैं. वैसे तो अभी हमारी शादी का रजिस्ट्रेशन हो गया है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों के चलते हमें ये समझ नहीं आ रहा है कि कहां पर शादी का आयोजन किया जाए.’
रिपोर्ट के मुताबिक जफर एक ड्राइवर हैं और साथ ही अपने पिता के लकड़ी के बिजनेस में मदद करते हैं. वहीं चैत्रा दलित समुदाय से आती हैं और उन्होंने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनकी जाति को लेकर उन्हें निशाना बनाया है.
ये कौन होते हैं!
उन्होंने नाराजगी भरे लहजे में कहा,
‘वो (बजरंग दल) कौन होते हैं हमें ये बताने वाले कि हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं? हम शादी करना चाहते हैं और साथ रहना चाहते हैं. वो कौन होते हैं सवाल उठाने वाले और हमें ये बताने वाले कि हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं.’
चैत्रा ने आगे कहा,
‘उन्होंने जफर पर हमला करते हुए ये पूछा था कि ‘क्या तुम एक दलित लड़की से शादी करना चाहते हो?’ ऐसा पूछने वाले वो कौन होते हैं? क्या एक दलित लड़की अपनी इच्छा के अनुसार शादी नहीं कर सकती है?’
इस घटना के बाद दलित संगठनों ने जफर और चैत्रा का समर्थन करने का ऐलान किया है.
इस मामले में जफर की शिकायत के बाद चिकमगलूर में बसवनाहल्ली पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कर चार व्यक्तियों- शमा, गुरु, प्रसाद और पार्थिभान- को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, बाद में चारों को जमानत दे दी गई.