नई दिल्ली: 2024 के चुनाव का बिगुल बज चुका है। तमाम राजनीतिक पार्टियां इस आम चुनाव के लिए कमर कस चुकी हैं। जहां भाजपा एक बार फिर मोदी सरकार के नारे के साथ तीसरी बार सत्ता पर काबिज़ होने का ख्वाब देख रही है वहीं कांग्रेस की अगुआई में इंडिया गठबंधन भाजपा को सत्ता से बेदखल करने की भरसक कोशिश में लगा हुआ है।
19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में लोकसभा चुनाव के लिए पूरे देश में मतदान होगा वहीं 4 जून की मतगणना के बाद स्पष्ट हो जायेगा कि देश में किसकी सरकार बनेगी। राजनीतिक पार्टियों के साथ साथ आम जनता को भी ये जानने की बेहद उत्सुकता है कि आखिर लोगों का रुझान किस तरफ है अथवा कौन इस बार सरकार बनायेगा? तमाम गोदी मीडिया के चैनल अपने फर्ज़ी सर्वे के आधार पर रोजाना मौजूदा सत्ताधारी पार्टी की चरण वंदना में लगे रहते है। इससे उल्ट जब हकीकत में कोई भी निष्पक्ष मीडिया संस्थान या कोई बड़ी हस्ती सोशल मीडिया के जरिये से लोगों के दिलों का हाल जानने की कोशिश करता है तो नतीजे हमेशा सत्ता पर काबिज़ मोदी सरकार के खिलाफ ही आते है।
हाल ही में हमने “अब की बार किसकी बनेगी सरकार” के तहत एक पोल सर्वे किया गया है। जिसमें अभी तक 53357 लोग अपनी राय जाहिर कर चुके हैं। इसमें 86% लोगों ने इंडिया गठबंधन की सरकार बनने का दावा किया है। वहीं केवल 14% ने भाजपा गठबंधन को अपनी पसंद बताया है। ऐसे ही एक और मीडिया संस्थान न्यूज़ इंडिया के पोल सर्वे में 68372 लोगों ने हिस्सा लिया है।
जिसमें से 77% लोगों ने 2024 में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने की संभावना जाहिर की है। वहीं 23% लोगों को लगता है कि मोदी सरकार दुबारा से सत्ता में तीसरी बार काबिज़ होगी। एक और हैरानीजनक सर्वे ने भाजपा नेत्री के साथ मोये मोये वाला मामला आकर दिया है। भाजपा की एक नेत्री प्रियंका मौर्या ने ट्विटर पर एक सर्वे किया जिसमें लोगों से पूछा गया कि उनकी प्रधानमंत्री के लिए पहली पसंद कौन है ? उनकी इच्छा और उम्मीद के विपरीत 62% लोगों ने राहुल गांधी को PM पद के लिए पहली पसंद बताया है।
इसके साथ ही भाजपा नेताओं के मुताबिक विश्व में डंका बजाने वाले मोदी जी को केवल 38% लोगों ने प्रधानमंत्री के तौर पर पसंद किया है। इन सर्वे से एक बात तो साफ़ हो गयी है कि मौजूदा सत्ताधीश मोदी सरकार के खिलाफ आम जनता में बेहद रोष है। लोग महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार आदि की वजह से बुरी तरह से त्रस्त हो चुके हैं।
भाजपा की सम्प्रदायक राजनीति से भी लोग बुरी तरह ऊब चुके है और समाज में एक सौहार्द का माहौल चाहते है जिसको भाजपा नेता आये दिन नष्ट करने के प्रयास में लगे रहते है। हाल ही में देखने को मिला है कि भाजपा के कई बड़े दिग्गज नेता, सांसद और विधायक भाजपा को अलविदा कह कर विपक्षी पार्टियों को ज्वाइन कर रहे हैं। कहीं ये भाजपा की डूबती हुयी नांव की निशानी तो नहीं।
जो भाजपा अपनी हिन्दू मुस्लिम वाली राजनीति से इतनी आश्वस्त थी कि उसको तीसरी बार सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता है वो अचानक से बैकफुट पर दिखाई दे रही है। हर छोटी बड़ी पार्टी को वो किसी भी तरीके से अपने गठबंधन में शामिल कर लेना चाहती है।