महाराष्ट्र समेत देशभर के कई राज्यों में मुस्लिम समाज द्वारा रामगिरी महाराज के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कुछ दिनों पहले रामगिरी महाराज ने पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसके बाद से मुस्लिम समाज उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। इस विरोध की सबसे ज्यादा झलक औरंगाबाद में देखने को मिल रही है, जहां लोग आक्रामक रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं।
रामगिरी महाराज को भाजपा विधायक नितेश राणे का समर्थन मिलने के बाद, मुस्लिम संगठन और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया है। AIMIM और मुस्लिम समुदाय ने सोमवार को छत्रपति संभाजीनगर से मुंबई तक संविधान रैली का आयोजन किया। यह रैली राष्ट्रीय ध्वज के साथ पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। ठाणे-मुंबई सीमा पर पहुंचने के बाद AIMIM के नेताओं ने ठाणे के कलेक्टर अशोक शिंगारे और मुंबई पुलिस को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद प्रदर्शनकारी फिर से संभाजीनगर की ओर लौट गए।
वहीं, आनंद नगर जकात नाका पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। फिलहाल, ठाणे-मुंबई सीमा पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।
गौरतलब है कि रामगिरी महाराज पर 14 अगस्त को नासिक के सिन्नर में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। इसके बाद से उनके खिलाफ मुंबई के बांद्रा और अन्य थानों में कई एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।