हैदराबाद पुलिस ने तेलंगाना के भाजपा विधायक राजा सिंह के खिलाफ रामनवमी रैली के दौरान कानून तोड़ने और धमकी भरे बयान देने के आरोप में दो नए मामले दर्ज किए हैं। ये मामले 8 और 6 अप्रैल को मंगलहाट पुलिस स्टेशन में दर्ज हुए हैं। राजा सिंह पहले से ही कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं, जिनमें भड़काऊ भाषण और सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक, राजा सिंह ने रैली के दौरान तेलुगु में पुलिस को धमकी देते हुए कहा, “अगर तुमने हमारे कार्यकर्ताओं को डंडे से मारा, तो मैं भी तुम्हें वैसे ही मारूंगा। मेरे पास हिम्मत है, मेरा बीपी मत बढ़ाओ।” इसके अलावा, उन पर जुलूस में अनुमति से ज्यादा वाहन और तेज आवाज वाले डीजे सिस्टम का इस्तेमाल करने का आरोप है, जिससे लोगों को परेशानी हुई और यातायात बाधित हुआ। पुलिस ने उन्हें डीजे, ड्रोन और पटाखों पर रोक के साथ जुलूस की अनुमति दी थी, लेकिन उन्होंने इन शर्तों को तोड़ दिया।
राजा सिंह हैदराबाद के गोशामहल से विधायक हैं और उनकी विवादित टिप्पणियों के चलते चर्चा में रहते हैं। फरवरी 2025 में पुणे में एक भाषण में उन्होंने “गजवा-ए-हिंद” नामक साजिश का जिक्र करते हुए दावा किया था कि मुसलमान भारत को इस्लामी देश बनाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि “भारत के अंदर एक और पाकिस्तान बन रहा है।” इसके अलावा, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान को गलत तरीके से पेश करते हुए दावा किया कि मुसलमानों को देश के संसाधनों पर पहला हक दिया जाएगा। राजा सिंह ने काशी, मथुरा और भोजशाला जैसे विवादित स्थानों पर मस्जिदों की जगह मंदिर बनाने की मांग भी की है।
नागरिक संगठन ‘सिटीजन फॉर जस्टिस एंड पीस’ ने महाराष्ट्र पुलिस को राजा सिंह के खिलाफ तीन शिकायतें भेजी हैं, जिनमें मई 2024 में दिए गए उनके तीन भड़काऊ भाषणों का जिक्र है। इनमें मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने के आरोप हैं। राजा सिंह पर अब तक 40 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं, जिनमें से 36 मामले समुदायों के बीच दुश्मनी फैलाने से जुड़े हैं। हाल ही में मुंबई और कर्नाटक पुलिस ने भी उनके खिलाफ मुसलमानों के विरोध में भाषण देने के आरोप में केस दर्ज किए हैं।
शिकायतों में कहा गया है कि राजा सिंह के भाषण भारतीय न्याय संहिता, 2023 और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन करते हैं। संगठन ने पुलिस से इन मामलों में सख्त कार्रवाई की मांग की है।