श्रीनगर। कश्मीर के सोपोर इलाके की रहने वाली जन्नत शबीर रवा ने JKBOSE कक्षा 12वीं (साइंस स्ट्रीम) की परीक्षा 2024-25 में 494 अंक लाकर जॉइंट सेकंड पोजीशन हासिल की है। यह उपलब्धि उन्होंने कुलगाम की शेहरिश जहांगीर के साथ साझा की है। जन्नत न सिर्फ पढ़ाई में तेज हैं, बल्कि हाफ़िज़-ए-कुरान (पूरा कुरान याद करने वाली) भी हैं, जिससे उनका परिवार और पूरा समुदाय गर्वित है।
सोपोर के सर-सैद कॉलोनी की रहने वाली जन्नत ने बताया सफलता का राज
जन्नत, जो SRM वेलकिन हायर सेकंडरी स्कूल की छात्रा हैं, ने बताया कि उनकी सफलता का राज मेहनत और टाइम मैनेजमेंट है। वह हर शाम स्कूल के बाद 2-3 घंटे और सुबह 1-2 घंटे पढ़ाई करती थीं। केमिस्ट्री को छोड़कर उन्होंने बाकी विषयों में टीचर्स और ऑनलाइन रिसोर्सेज की मदद ली। जन्नत का कहना है, “सोशल मीडिया से दूर रहकर पढ़ाई पर फोकस करो। अनुशासन ही सफलता की चाबी है।”
पिता डॉ. शबीर अहमद रवा और दादा ने जताया गर्व
जन्नत के पिता डॉ. शबीर अहमद रवा और दादा उनकी उपलब्धि पर फूले नहीं समा रहे। दादा ने कहा, “मेरे बेटे ने पोस्टग्रेजुएशन में टॉप किया था, लेकिन आज मुझे अपनी पोती पर ज्यादा गर्व है। वह न सिर्फ टॉपर है, बल्कि हाफ़िज़-ए-कुरान भी।” उन्होंने शिक्षा और धर्म का संतुलन बनाने पर जोर देते हुए कहा, “हमारे पैग़ंबर मोहम्मद (सल्ल॰) दुनियावी और धार्मिक ज्ञान दोनों में मिसाल थे।”
डॉक्टर बनने की है ख्वाहिश, NEET की तैयारी में जुटी जन्नत
जन्नत अब NEET परीक्षा की तैयारी कर रही हैं ताकि डॉक्टर बन सकें। उन्होंने असफल छात्रों को संदेश दिया, “हिम्मत मत हारो। मेहनत जारी रखो और अल्लाह पर भरोसा रखो। सफलता एक दिन जरूर मिलेगी, इंशाअल्लाह।”
JKBOSE 12वीं का रिजल्ट: लड़कियों ने लड़कों को पीछे छोड़ा
इस साल JKBOSE 12वीं का कुल पास परसेंटाइल 74.83% रहा। लड़कियों ने 77.72% के साथ लड़कों (71.95%) से बेहतर प्रदर्शन किया। करीब 30,000 छात्रों ने डिस्टिंक्शन, 36,000 ने फर्स्ट डिवीजन और 10,000 ने सेकंड डिवीजन से पास किया। वहीं, 970 छात्र परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो सके।