नई दिल्ली: मंगलवार, 24 सितंबर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने तमिलनाडु में कई जगहों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई हिज़्ब-उत-तहरीर नामक एक संगठन के खिलाफ की जा रही है, जो भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। पीटीआई के मुताबिक, छापे राज्य के 11 स्थानों पर किए गए।
NIA ने तमिलनाडु में 10 से ज्यादा जगहों पर छापे मारे, जो इस प्रतिबंधित संगठन से जुड़े संदिग्धों पर थे। इन छापों से मुस्लिम समुदाय में चिंता बढ़ी है। कुछ लोगों का मानना है कि यह कार्रवाई मुसलमानों को डराने के लिए की जा रही है। एक सामाजिक कार्यकर्ता, नईम, ने कहा, “भारत में ऐसा कोई संगठन नहीं है। मुसलमान जो भी करते हैं, जिम्मेदारी से करते हैं। हर दिन हमें डराने की कोशिश होती है। ऐसा व्यवहार मुसलमानों के साथ बंद होना चाहिए।”
यह मामला चेन्नई क्राइम ब्रांच द्वारा दर्ज एक केस से जुड़ा है, जिसमें आरोप है कि कुछ लोग हिज़्ब-उत-तहरीर में लोगों को शामिल होने के लिए मानसिक रूप से तैयार कर रहे थे।
स्थानीय पुलिस से जांच का काम लेकर NIA को दिया गया है। तीन लोगों, जिनमें रॉयापेट्टा के एक पिता और पुत्र भी शामिल हैं, पर इस संगठन में लोगों को जोड़ने का आरोप है।
सुबह से ही NIA के अधिकारी कई इलाकों जैसे तांबरम, पुदुकोट्टई और कन्याकुमारी में छापेमारी कर रहे हैं। अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, न ही कोई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं। हालांकि, NIA ने 5 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ हो रही है।
एक अधिकारी ने कहा, “हम संदिग्धों के संपर्क में रहने वाले अन्य लोगों की तलाश कर रहे हैं और उनके कामों के सबूत जुटा रहे हैं।”
जांच अभी जारी है और NIA आगे की जानकारी जुटा रही है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)