नई दिल्ली: स्पेक्ट फाउंडेशन (SPECT Foundation) ने सोमवार को “उपेक्षित नागरिक: दिल्ली के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में नागरिक सुविधाओं की कमी” शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की। यह रिपोर्ट जामिया नगर, (Jamia Nagar) जाकिर नगर (Zakir Nagar) और अबुल फजल एन्क्लेव (Abul Fazal Enclave) जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों में नागरिक सुविधाओं की कमी और सरकारी उदासीनता को उजागर करती है।
रिपोर्ट के अनुसार, इन इलाकों को योजनाबद्ध तरीके से ‘मुस्लिम घेटोआइजेशन’ में बदला गया, जिससे यहां आबादी तेजी से बढ़ी, लेकिन बुनियादी सुविधाओं का विकास नहीं हुआ। स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक, और सरकारी अस्पतालों की संख्या कम है, और जो मौजूद हैं, वे भी पर्याप्त संसाधनों के बिना काम कर रहे हैं। कचरे का प्रबंधन और साफ-सफाई की हालत चिंताजनक है, जबकि सड़कों, खुले नालों, पानी और बिजली की समस्याएं भी बनी हुई हैं।
वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत टंडन (Prashant Tandon) ने कहा, “यह रिपोर्ट भविष्य की योजनाओं का आधार बन सकती है। अन्य क्षेत्रों की तुलना में यहां सुविधाओं की कमी स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। यह सिर्फ नागरिक नहीं बल्कि राजनीतिक मुद्दा है।”
सामाजिक कार्यकर्ता सैयदा हामिद (Syeda Hameed) ने कहा, “मैं 1969 से यहां रह रही हूं। पहले यह इलाका ज्यादा विविध था, लेकिन बाबरी विध्वंस, गुजरात दंगों और दिल्ली हिंसा के बाद यह गेटो बन गया। रिपोर्ट में साफ दिखता है कि यहां के निवासियों को अलग-थलग किया गया है। पुलिस की निगरानी और दबाव भी अधिक है।”
यह रिपोर्ट जामिया नगर के गुलमोहर एवेन्यू स्थित सैयदैन मंज़िल में जारी की गई थी। आप रिपोर्ट को नीचे दिए गए लिंक से हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा में डाउनलोड कर सकते हैं।
लिंक: https://drive.google.com/drive/folders/1cAqSEbHQIZCqccI1Yjj5Q3xvP8hznBc8?usp=sharing