कराची, मलीर: सैलानी वेलफेयर इंटरनेशनल ट्रस्ट (Saylani Welfare International Trust ) ने मलीर में एक आधुनिक विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की है, जिसे अहल-ए-सुन्नत के इमाम, इमाम अहमद रजा खान बरेलवी (Ahmed Raza Khan Barelvi) के नाम पर स्थापित किया जाएगा।
इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य युवाओं को आधुनिक वैज्ञानिक और तकनीकी शिक्षा प्रदान करना है, ताकि वे भविष्य के वैज्ञानिक और अग्रणी बन सकें। विश्वविद्यालय का नाम “इमाम अहमद रजा यूनिवर्सिटी ऑफ इमर्जिंग साइंसेज एंड टेक्नोलॉजीज” रखा गया है, जहां विज्ञान और तकनीकी क्षेत्रों में उच्च शिक्षा की सुविधा होगी।
सैलानी वेलफेयर इंटरनेशनल ट्रस्ट के संस्थापक और अध्यक्ष मौलाना बशीर फारूक कादरी ने इस परियोजना की शुरुआत के लिए प्रारंभिक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर सैलानी के सीईओ मदनी रजा और अबू फैसल भी मौजूद थे।
मौलाना बशीर फारूक कादरी (Bashir Faruq Qadri) ने इमाम अहमद रजा खान बरेलवी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “इमाम अहमद रजा एक प्रतिष्ठित इस्लामी विद्वान, खगोलशास्त्री और वैज्ञानिक थे। उन्होंने लगभग 125 साल पहले दो-राष्ट्र सिद्धांत की अवधारणा प्रस्तुत की थी, जिसे बाद में पाकिस्तान आंदोलन के प्रमुख नेताओं ने आगे बढ़ाया। विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य युवाओं को नए आविष्कार करने और वैज्ञानिक नेतृत्व में अग्रणी बनाने के लिए सशक्त बनाना है।”
इस घोषणा के बाद से ही विश्वविद्यालय के निर्माण की तैयारियाँ तेज़ी से चल रही हैं, और इस पहल को व्यापक समर्थन मिल रहा है।