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कोलकाता की सारा अजी़ज का जलवा; UN में जीता यंग जर्नलिस्ट अवार्ड।

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UN जर्नलिस्ट अवार्ड 2025: कोलकाता की सारा अजी़ज को यू.के. के ‘यंग जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर’ अवार्ड के दूसरे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्होंने ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’, ‘वॉयस ऑफ अमेरिका’ और ‘द गार्जियन’ सहित कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लिए काम किया है।

कोलकाता में रहने वाली 23 वर्षीय मुस्लिम छात्रा सारा अजी़ज (Sara Aziz) ने यू.के. के ‘यंग जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर’ में दूसरा पुरस्कार हासिल किया है। सारा अजी़ज एक फ्रीलांस पत्रकार के साथ-साथ छात्रा भी हैं। यू.के. में यह प्रेस अवार्ड हर साल 22 मई को प्रदान किया जाता है।

कोलकाता की स्वतंत्र पत्रकार सारा अज़ीज़ ने 22 मई को यूके के प्रेस अवार्ड्स में ‘यंग जर्नलिस्ट ऑफ़ द ईयर’ श्रेणी में दूसरा पुरस्कार जीता है। सारा अजी़ज न्यूयॉर्क स्थित कोलंबिया यूनिवर्सिटी ग्रेजुएट स्कूल ऑफ जर्नलिज्म से पत्रकारिता में मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने 2023 में कोलकाता में स्नातक की पढ़ाई के दौरान ही एक पत्रकार के रूप में अपना करियर शुरू कर दिया था।

बांग्लादेश में रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों पर खोजी रिपोर्ट
सारा अजी़ज ने कोलकाता के लोरेटो कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की पढ़ाई करते हुए ‘वॉयस ऑफ अमेरिका’ के लिए बांग्लादेश में रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों पर रिपोर्टिंग की थी। उनकी इसी रिपोर्ट के लिए उन्हें ब्रिटेन के प्रतिष्ठित मीडिया पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार ब्रिटेन का सर्वोच्च पत्रकारिता पुरस्कार माना जाता है। यह सम्मान सारा को ‘द गार्जियन’ और ‘द टेलीग्राफ’ के लिए की गई उनकी खोजी पत्रकारिता के आधार पर दिया गया है।

पश्चिम बंगाल की महिलाओं पर खोजी रिपोर्ट
बांग्लादेश के रोहिंग्या मुसलमानों पर की गई उनकी रिपोर्ट में उनके साथ हो रहे अत्याचार और बच्चों को मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं को भी दर्शाया गया था। इसी साल की शुरुआत में, सारा ने भारत में, खासकर पश्चिम बंगाल की जेलों में बंद महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, यौन शोषण और बलात्कार के एक छिपे हुए घोटाले का पर्दाफाश किया था। यह खोजी रिपोर्ट ‘द गार्जियन’ में प्रकाशित हुई थी।

कई संगठनों के लिए किया काम
सारा अजी़ज ने ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’, ‘वॉयस ऑफ अमेरिका’ और ‘द गार्जियन’ सहित कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लिए भारत और बांग्लादेश में रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों पर रिपोर्टिंग की है। बांग्लादेश में 2025 के छात्र विरोध प्रदर्शनों पर की गई उनकी खोजी और ब्रेकिंग न्यूज रिपोर्ट यूके के ‘द टाइम्स’ में प्रकाशित हुई थी।

सारा को इस वर्ष अगस्त में कोलंबिया यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में एम.एस. की डिग्री मिलने वाली है। सारा अपने पिता शेख अज़ीज़ुर रहमान के नक्शेकदम पर चल रही हैं। उनके पिता एक प्रसिद्ध पत्रकार हैं, जिन्होंने दुनियाभर के विभिन्न अखबारों के लिए काम किया है।

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