हैदराबाद की प्रतिभाशाली छात्रा रमशा फरहान (Ramsha Farhan) ने प्रतिष्ठित नेशनल लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट (NLSAT-LLB 2025) में अखिल भारतीय प्रथम रैंक हासिल कर शानदार सफलता प्राप्त की है। यह परीक्षा भारत के शीर्ष विधि संस्थान, नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (एनएलएसआईयू), बैंगलोर में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
रमशा की शैक्षणिक पृष्ठभूमि प्रभावशाली है। उन्होंने बैंगलोर के अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय से लिबरल आर्ट्स में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज (एसओएएस) से इतिहास और फारसी में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की।
उनका संबंध एक ऐसे प्रतिष्ठित बौद्धिक और सांस्कृतिक परिवार से है जिनकी विरासत शिक्षा और कला में गहरी रही है। रमशा हैदराबाद के प्रसिद्ध ओपन कल्चरल स्पेस ‘लामाकान’ के सह-संस्थापक अशहर फरहान और हुमेरा अहमद की पुत्री हैं। वे प्रख्यात लेखिका और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित जिलानी बानो की पोती भी हैं।
रमशा की यह उपलब्धि न केवल उनकी व्यक्तिगत मेधा और कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि उनके परिवार की उन शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों की भी अभिव्यक्ति है जिनका वे दशकों से पोषण करते आए हैं। यह सफलता उनके शहर हैदराबाद और समुदाय के लिए भी गौरव का विषय है।