पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी सांसद परवेश वर्मा का विवादित बयानों से पुराना नाता रहा है। अब एक बार फिर उन्होंने आपत्तिजनक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। दिल्ली के सुंदर नगरी इलाके में 19 वर्षीय युवक मनीष की हत्या के विरोध में रविवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा एक कार्यकम आयोजित किया गया था।
यहां पर बीजेपी सांसद परवेश वर्मा के अलावा कई हिन्दूवादी संगठनों के नेता उपस्थित थे। अपने भाषण में परवेश वर्मा ने कहा कि – “ मनीष की हत्या इन जिहादी तत्वों की वजह से हुई है, आगे उन्होंने कहो कि- अगर इन जिहादियों का दिमाग और तबीयत ठीक करनी है, तो इसका एक ही उपाय है इनका संपूर्ण बहिष्कार करो। ना इनसे कोई सोमान खरीदो, ना ही इनको मजदूरी दो। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने दोनों हाथ उठा कर उनका समर्थन भी किया ।
आगे उन्होंने कहा कि इन जिहादी तत्वों को रोकने के लिए सभी हिन्दुओं को एकजुट होना होगा, नहीं तो ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। ऐसे लोगों को अगर हिन्दु और पुलिस चाहें तो सिर्फ 24 घटें में सबक सिखा सकते हैं । मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, कार्यक्रम में मौजूद दूसरे वक्ताओं ने भी मुस्लमानों के खिलाफ नफरती और भड़कऊ बयान दिए।
बीजेपी सांसद और दूसरे नेताओं के बयान के बाद विवाद छिड़ गया। कई अन्य नेताओं तीख़ी प्रतिक्रियाएं देते हुए आपत्ति जताई है। AIMIM अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी से तीखे सवाल करते हुए लिखा कि- “भाजपा-RSS का सांसद देश के राजधानी में खुली सभा में मुसलमानों का बहिष्कार करने की शपथ ले रहा है। RSS के मोहन भागवत ने कहा था कि मुसलमानों में झूठा डर फैलाया जा रहा है। सच तो यही है कि BJP ने मुसलमानों के खिलाफ जंग का आगाज़ कर दिया है। दिल्ली CM और अमित शाह दिनों ने चुप्पी साध ली है।”
ओवेसी के आलावा कांग्रेस नेता ने भी इस पर सवाल कड़े किये हैं। डॉ शमा मोहम्मद लिखती हैं कि- “बीजेपी सांसद परवेश वर्मा ने दिल्ली की जनता को मुसलमानों का आर्थिक बहिष्कार करने का आदेश दिया है. क्या दिल्ली पुलिस समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले इस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करेगी? क्या पीएम मोदी इस भाषण की निंदा करेंगें? क्या बीजेपी का सबका और साथ सबका विकास का यही मतलब है ! बताईए मोदी जी”
गौरतलब है कि पुलिस ने अभी तक इस मामले पर किसी प्रकार की कोई कोई एक्शन नहीं लिया है ,और ना ही किसी के ऊपर एफआईआर दर्ज हुई है।