नई दिल्ली: भारत में किसानों की सहायता के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार के द्वारा किसान सम्मान निधि योजना चलाई जा रही है। लेकिन आधिकारियों और कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही की वजह से इस योजना का लाभ किसानों को मिलता हुआ नहीं दिख रहा है सागर जिले के रहली तहसील के ग्राम छपरा के रहने वाले किसान को सरकारी सिस्टम ने मृत घोषित कर दिया। अब सरकारी रिकॉर्ड में भी किसान को मृत घोषित हो जाने के कारण किसान को मिलने वाली सम्मान निधि एक साल से नहीं मिल रही है। अब हालात ये हो चुके हैं कि किसान को अपने आप को जीवित बताने के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है।
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रहली में ग्राम छपरा के रहने वाले इस किसान के पास एक एकड़ जमीन है। किसान शासन के द्वारा मिलने वाली सम्मान निधि का पात्र है। एक साल से पहले किसान को इस योजना का लाभ मिल रहा था। लेकिन पटवारी की बड़ी लापरवाही के द्वारा किसान को मृत घोषित कर दिया जिसके कारण मिलने वाली सम्मान निधि योजना का लाभ मिलना अचानक बंद हो गया। अब किसान को जीवित साबित करने के लिए तहसील कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं तहसीलदार राजेश पाण्डेय ने दोषी पटवारी खिलाफ कार्रवाई करने एवं गलती को सुधार करने का आश्वासन दिया है!